President of India 2022 : कौन होगा भारत का अगला राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा !

President of India 2022 : कौन होगा भारत का अगला राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा !

President of India 2022 : देश का 15वां राष्ट्रपति कौन होगा? इस सवाल का जवाब आज मिल जाएगा. दरअसल संसद भवन में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को पड़े वोटों की सुबह 11 बजे से काउंटिंग शुरू हो जाएगी. इस चुनाव में सत्तारूढ़ NDA की तरफ से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा मैदान में हैं.

President of India 2022 : देश का 15वां राष्ट्रपति कौन होगा?
President of India 2022 : देश का 15वां राष्ट्रपति कौन होगा?

वहीं सूत्रों के हवाले से खबर आज शाम करीब चार बजे चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्रौपदी मुर्मू से मिलने जाएंगे.

चर्चा है कि मुर्मू के पक्ष में काफी वोट पड़े हैं. अगर काउंटिंग में यह दावा सही निकला तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. नए राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे.

रिटर्निंग ऑफिस करेंगे वोटों की जांच

जानकारी के मुताबिक सबसे पहले विधायकों फिर सांसदों के मतपत्रों की छंटनी होगी. इसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी मतों की जांच करेंगे. नियम के मुताबिक सांसदों के मत पत्र में प्राथमिकता हरे रंग के पेन से और विधायकों के मत पत्र में गुलाबी रंग के पेन से लिखी होगी.

काउंटिंग के दौरान रूम में मुर्मू और सिन्हा के नाम की एक-एक ट्रे रखी होगी. मुर्मू को प्राथमिकता वाला मत पत्र उनकी ट्रे में और सिन्हा को प्राथमिकता वाला मत पत्र उनकी ट्रे में रखा जाएगा. छंटनी खत्म होने के बाद वोटों की गिनती शुरू की जाएगी.

चार बार बताए जाएंगे परिणाम के रुझान

पीसी मोदी संसद भवन के कमरा संख्या 63 में पहले सांसदों के सभी मतों की गिनती के बाद चुनावी रुझानों के बारे में जानकारी देंगे और फिर 10 राज्यों के वोटों की अल्फाबेटिकल ऑर्डर में गिनती करने के बाद दोबारा जानकारी देंगे. सूत्रों ने कहा कि वह 20 राज्यों के मतों की गिनती के बाद एक बार फिर चुनाव के रुझानों के बारे में जानकारी देंगे और फिर कुल मतगणना के बाद परिणाम घोषित करेंगे.

हर मतपेटी में लिखा मिस्टर बैलेट बॉक्स

जानकारी के मुताबिक सभी राज्यों की विधानसभाओं की सभी मतपेटियां मंगलवार शाम को संसद के स्ट्रॉन्गरूम में पहुंच गई हैं. बैलेट बॉक्स राज्यों के सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) की चौकस निगरानी में विमान से दिल्ली लाया गया है. चुनाव आयोग ने एआरओ के साथ उड़ानों में सीलबंद मतपेटियों की तस्वीरें पोस्ट की थीं. चुनाव आयोग के अनुसार, हर मतपेटी को ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’ नाम से एक ई-टिकट जारी किया गया था.

16 सांसद नहीं कर पाए थे वोटे

चुनाव आयोग के अनुसार 18 जुलाई को हुई वोटिंग में 99 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने वोट किया था. बीजेपी सांसद सनी देओल और संजय धोत्रे समेत आठ सांसद वोट नहीं डाल पाए थे. सनी देओल इलाज के लिए विदेश गए हुए हैं, जबकि धोत्रे ने आईसीयू में हैं. बीजेपी और शिवसेना के दो-दो सांसद और बसपा, कांग्रेस, सपा और एआईएमआईएम के एक-एक सांसद भी मतदान से चूक गए थे.

13 सांसद-विधायक नहीं डाल पाए थे वोट

सांसद: अतुल सिंह (जेल में), संजय धोतरे (ICU में), सनी देओल (ऑपरेशन के लिए विदेश में), गजानन कीर्तिकार, हेमंत गोडसे, फजलुर रहमान, सादिक मोहम्मद, इम्तियाज जलील, विधायक: हरियाणा से जेजेपी MLA नैना सिंह चौटाला (विदेश में हैं), राजकुमार राउत (भारतीय ट्राइबल पार्टी, राजस्थान), भंवर लाल शर्मा (कांग्रेस, राजस्थान), सत्येंद्र जैन (AAP, दिल्ली, जेल में बंद), हाजी युनूस (AAP, दिल्ली)

12 राज्यों में 100 फीसदी मतदान हुआ

चुनाव आयोग ने बताया कि छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, एमपी, मणिपुर, सिक्किम, तमिलनाडु और पुडुचेरी में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 100 फीसदी वोटिंग हुई. राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग संपन्न होने के बाद राज्य सभा के महासचिव पीसी मोदी ने बताया था कि संसद भवन में कुल मतदान 99.18% हुआ.

सबसे ज्यादा वोट मिलने पर भी जीत जरूरी नहीं

सामान्य तौर पर जो उम्मीदवार सबसे ज्यादा वोट पाता है वह अपनी सीट पर विजेता घोषित कर दिया जाता है लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में हार या जीत वोटों की संख्या से नहीं बल्कि वोटों की वैल्यू से तय होती है. राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार को सांसदों और विधायकों के वोटों के कुल मूल्य का आधा से ज्यादा हिस्सा हासिल करना होता है.

चुनाव आयोग के मुताबिक मौजूदा समय में राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल या इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्यों के वोटों का वेटेज 1086431 है. इसमें कुल विधायकों के वोटों का वेटेज 543231 और सांसदों के वोटों का वेटेज 543200 है. जम्मू-कश्मीर विधानसभा के वोट का मूल्य 6,264 है, जो फिलहाल निलंबित है. इसे घटाने के बाद राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए कम से कम 5,43,216 वोट मूल्य की जरूरत होगी.

कर्नाटक कांग्रेस ने द्रौपदी मुर्मू पर दर्ज कराया केस

कांग्रेस ने मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और बीजेपी नेताओं के खिलाफ चुनाव आयोग में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में शिकायत दर्ज कराई है. यह शिकायत कर्नाटक कांग्रेस ने दर्ज कराई है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में सत्ताधारी बीजेपी ने विधायकों को रिश्वत और अन्य प्रलोभन देकर प्रभावित किया.

आरोप लगाया कि बीजेपी के सभी नेता इकट्ठे हुए और उन्होंने सभी विधायकों को राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग की ट्रेनिंग के नाम पर 5 स्टार होटल में ठहराया. उन्हें लग्जरी कमरों में रोका गया. जहां उन्हें खाना, शराब और ड्रिंक दी गई. ये सुविधाएं देकर बीजेपी नेताओं ने विधायकों को द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोट देने के लिए लुभाया. यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है.